
01- डब्ल्यू० बी० सी० (श्वेत रक्त कडिंकायें) दो प्रकार की होती है। लिम्फोसाइटस और मोनोसाइटस
02- हैलोजन ग्रुप में चार तत्व आते है।
01 फ्लोरीन (F)
02 क्लोरीन (Cl)
03 ब्रोमीन (Br)
04 आयोडीन
03- हीलियम (He), नीऑन (Ne), आर्गन (Ar), क्रिप्टॉन (Kr), जीनॉन (Xe), रेडॉन(Rn) उत्कृष्ट गैसे (Noble Gases) है।
04- ढलवां लोहे में 2 से 4.4 प्रतिशत कार्बन होता है।
05- पिटवां लोहा, लोहे का शुद्धतम रूप है। जिसमें 0.25 प्रतिशत कार्बन पाया जाता है।
06- इस्पात में 0.75 से 2 प्रतिशत कार्बन पाया जाता है।
07- जीवाणुओं से कुष्ठ रोग, हैजा, डिप्थीरिया, टी०बी०, टिटनेस, टायफायड एवं प्लेग रोग होते है।
08- वायुदाब को बैरोमीटर द्वारा मापा जाता है।
09- अरबी शब्द मौसिम से मानसून शब्द की उत्पत्ति हुई है।
10- पवन का बैग एनीमोमीटर द्वारा मापा जाता है।
11- कोशिकाओं के अध्ययन को साइटोलॉजी कहते है।
12- प्रकाश संश्लेषण की क्रिया क्लोरोप्लास्ट में होती है।
13- हाइड्रा एैसे जीव है जिनमें रक्त नही होता है। परंतु वह सांस लेते है।
14- कोयले की खदान में काम करने वाले लोगो को ब्लैक लंग रोग हो जाता है।
15- आर० बी० सी० (लाल रक्त कंडिकायें) का कब्रिस्तान प्लीहा को कहा जाता है।
16- मूत्र में उपस्थित यूरोक्रोम के कारण मूत्र का रंग पीला होता है।
17- सोयाबीन और मूंगफली में अत्याधिक मात्रा में प्रोटीन होता है।
18- रक्त का पी०एच० मान 7.4 है।
19- प्लाजमा में फाइब्रिनोजोन प्रोटीन पाया जाता है। जो रक्त का थक्का जमाने के काम आता है।
20- अजंता एलोरा की गुफायें महाराष्ट्र में है।